कालाढूंगी विधायक बंशीधर भगत ने बेला तोलिया के समर्थन में विशाल जनसभाएं कीं, कहा केंद्र और राज्य के साथ जिला पंचायत में भी भाजपा की सरकार जरूरी
हल्द्वानी:- कालाढूंगी विधानसभा क्षेत्र में जिला पंचायत चुनाव को लेकर सियासी माहौल गरमा गया है। भाजपा के कालाढूंगी विधायक बंशीधर भगत ने लगातार दूसरे दिन रामडी आनसिंह (पनियाली) जिला पंचायत सीट से पार्टी की प्रत्याशी बेला तोलिया के समर्थन में विशाल जनसभाओं को संबोधित किया। जिसने बेला तोलिया की जीत की संभावनाओं को और मजबूत कर दिया।



विधायक बंशीधर भगत ने कहा कि बेला तोलिया का जिला पंचायत अध्यक्ष बनना तय है। विधायक बंशीधर भगत ने लामाचौड़ मंडल की भरतपुर, बच्चीनगर, पीपलपोखरा, घुनी एवं रामडी ग्राम सभाओं में आयोजित जनसभाओं में बेला तोलिया के पक्ष में जनता को एकजुट किया। दीप जोशी के निवास पर आयोजित एक सभा में भगत ने कहा, बेला तोलिया के जिला पंचायत अध्यक्ष के कार्यकाल में क्षेत्र में अभूतपूर्व विकास कार्य हुए हैं। सड़क, बिजली, पानी, और ग्रामीण विकास के क्षेत्र में उनके योगदान को जनता भूली नहीं है। इस बार जनता का अपार समर्थन उनके साथ है।
सभाओं में उपस्थित ग्रामीणों ने उनके कार्यों की सराहना करते हुए कहा कि शिक्षा, स्वास्थ्य, और बुनियादी ढांचे के विकास में उनके प्रयासों ने क्षेत्र की तस्वीर बदली है। विधायक भगत ने जनता से अपील की कि वे बेला तोलिया को भारी मतों से विजयी बनाकर क्षेत्र में विकास की गति को और तेज करें।

जनसभाओं में भारी भीड़ और उत्साह ने साफ कर दिया कि बेला तोलिया को जनता का व्यापक समर्थन प्राप्त है। विधायक बंशीधर भगत ने कहा, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में उत्तराखंड में विकास की नई गाथा लिखी जा रही है। बेला तोलिया उस विकास का हिस्सा हैं, और जनता उनके साथ मजबूती से खड़ी है। उन्होंने कार्यकर्ताओं से आह्वान किया कि वे घर-घर जाकर बेला तोलिया के पक्ष में मतदाताओं को प्रेरित करें।

इस दौरान जन सभाओं में चुनाव प्रभारी प्रताप बोरा, संयोजक परमवीर पम्मा, जिला महामंत्री नवीन भट्ट, राज्य मंत्री नवीन वर्मा, मंडल अध्यक्ष संदीप सनवाल, प्रदेश प्रवक्ता विकास भगत, गोपाल रावत, प्रकाश पटवाल, अक्षय सुयाल, कमल नयन जोशी, महेश शर्मा, कमल किशन पांडे, सुमित्रा प्रसाद, देवेंद्र सिंह मेहरा, विनोद निगल्टिया, बसंत बल्लभ भट्ट, ममता भट्ट, दीप जोशी, रघुवर सिंह नयाल, त्रिभुवन अधिकारी समेत भारी संख्या में स्थानीय लोग मौजूद रहे ।









