क्रूरता से तंग आकर दो बेटों ने पिता को उतारा था मौत के घाट, बड़े बेटे ने गुनाह स्वीकार किया

रुद्रप्रयाग के केदारघाटी में बीते दिवस दो युवकों ने अपने पिता को मौत के घाट उतार दिया था, पिता की हत्या करने के बाद उन्होंने पिता का शव नदी किनारे ले जाकर जला दिया, पुलिस को जैसे ही इसकी सूचना मिली पुलिस ने दोनों युवकों को गिरफ्तार कर लिया।

पिता की क्रूरता से हो गए थे परेशान
बड़े बेटे ने अपना गुनाह स्वीकार लिया है, आरोपी ने कहा उसके पिता बहुत ही क्रूर थे, जब से मैंने होश संभाला पिता के हाथ में डंडा ही देखा, बिना बात के वो कभी सिर पैरों में डंडा मार देते थे। बचपन से लेकर आज तक पिता ने कभी दुलार नहीं किया, हर छोटी बात पर केवल मार ही पड़ती थी।
आरोपी ने कहा पिता की क्रूरता ने पूरे परिवार को ख़त्म कर दिया, उनकी वजह से मां और बहनें भी चली गई. गांव से भी पिता का कोई संपर्क नहीं था, वह गांव से दूर घाट किनारे कच्चा घर बनाकर रह रहे थे, आरोपी ने कहा हर छोटी-छोटी बात के लिए मार खाने से परेशान होकर वो 15 साल की उम्र में ही मुंबई चला गया, वहां नौकरी कर वो अपना पेट भर रहा था.
उस रात पिता से बहस हुई थी
आरोपी ने कहा पिता की क्रूरता की हद पार होने पर सालों पहले मां और बहनें भी छोड़कर चली गई, बहनों ने खुद ही अपनी शादी कर ली, दो दिन पहले ही घर आया था, पिता से बुधवार रात को भी किसी बात को लेकर झगड़ा हो गया, उन्हें समझाने का प्रयास किया लेकिन वो गाली गलौज करने लगे. जिससे गुस्से में आकर पिता को मौत के घाट उतार दिया।
मामले को लेकर रुद्रप्रयाग के पुलिस उपाधीक्षक प्रबोध कुमार घिल्डियाल ने बताया की मृतक के बड़े बेटे ने पिता की हत्या करना स्वीकार किया है, दोनों भाईयों से पूछताछ जारी है, शुक्रवार को दोनों को कोर्ट में पेश कर जेल भेज दिया जाएगा।