उत्तराखण्डचंपावत

कुमाऊं कमिश्नर दीपक रावत ने सड़क सुधारीकरण कार्यों का किया निरीक्षण, अधिकारियों को दिए निर्देश

टनकपुर-चंपावत राष्ट्रीय राजमार्ग के डेंजर जोन स्वाला का कुमाऊं कमिश्नर व सचिव मुख्यमंत्री ने स्थलीय निरीक्षण कर सड़क सुधारीकरण व पहाड़ी ट्रीटमेंट कार्य का भी स्थलीय निरीक्षण किया। इस दौरान उन्होंने जिलाधिकारी नवनीत पाण्डे, एनएच के अधिकारियों से किए जा रहे सुधारीकरण कार्य की जानकारी ली।
उन्होंने स्वाला में हो रहे भू-धंसाव को रोकने के लिए किए गए कार्यों व स्थाई समाधान की जानकारी ली। इसके साथ ही विभाग को निर्देश दिए कि उक्त स्थान पर हो रहे भू-धंसाव को रोकने के लिए योजनाबद्ध तरीके से कार्य कर स्थाई समाधान कराया जाए। कुमाऊं कमिश्नर ने कहा कि उक्त स्थान पर सड़क में पहाड़ी से लगातार सड़क पर मलबा जो गिर रहा है और पहाड़ी में हो रहे जल रिसाव के कारण ये पहाड़ी लगातार शिथिल होती जा रही है। इसके स्थाई समाधान हेतु एनएच के अधिकारी व्यक्तिगत जिम्मेदारी लेते हुए कार्य कर उक्त स्थान पर यात्रा को सुरक्षित करें।
कुमाऊं कमिश्नर ने कहा कि राष्ट्रीय राजमार्ग–09 स्वाला में पहाड़ी से मलबा लगातार गिर रहा है। जिस पर एनएच द्वारा लगातार कार्य किया जा रहा है जो की प्रशंसनीय है और आगे भी सुरक्षात्मक तरीके से कार्य कर आमजन को बेहतर सुविधा देने की बात अधिकारियों से कही।

उन्होंने जिलाधिकारी की प्रशंसा करते हुए कहा कि जिस तरह से वह लगातार मॉनिटरिंग कर रहे हैं उसका ये नतीजा है कि सड़क पर जहां ग्राउटिंग की गई है वो स्थिर हो गई है और यातायात हेतु समयबद्ध खुली है। उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिए कि ऊपर अत्यधिक मात्रा में मिट्टी, पत्थर है उसको सुरक्षात्मक तरीके से हटाते हुए उसे डंपिंग जोन में डालें।
कुमाऊं कमिश्नर दीपक रावत ने कहा कि आवागमन हेतु सावधानी व सुरक्षात्मक रूप से एनएच 09 में लगातार निगरानी रखी जाए। सड़कों के सुधार का काम तीव्र गति से शुरू हो सकें इसलिए कुछ समय पहले भी अधिकारियों को निर्देश भी दिए गए हैं। जिलाधिकारी चंपावत ने भू-धंसाव के बारे में कुमाऊं कमिश्नर को जानकारी दी।

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जिलाधिकारी ने बताया कि सड़क मार्ग के सुधारीकरण का कार्य लगातार लिए जाने के साथ ही पहाड़ी पर मलवा हटाने हेतु एनएच द्वारा मशीनें पहाड़ी के ऊपर लगाई गई है, जो लगातार कार्य कर रही है। उन्होंने कहा कि पहाड़ी पर ऐसे जल स्रोत भी हैं जिनकी वजह से पहाड़ कमजोर हो रहे हैं और मिट्टी कमजोर हो रही है। इसलिए ड्रेनेज बनाकर मरम्मत करते हुए पानी की निकासी की जा रही है। जिलाधिकारी ने बताया कि एन. एच. में लगभग 28 से 29 ऐसे स्थान हैं जहां पर कम भू–धंसाव हुआ है उन जगहों में भी मरम्मत के कार्य किए जा रहे हैं।

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Anand Batra

Editor-in-Chief - Hills News (www.hillsnews.in)

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